Reet exam latest update: क्या राजस्थान सरकार रीट परीक्षा को बंद करने जा रही है?
राजस्थान शिक्षा मंत्री ने इसका जवाब दे दिया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जी का कहना है कि सरकार ऐसा कुछ नहीं करने वाली है, रीट भर्ती को बंद करने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। मदन दिलावर जी ने कहा है कि सरकार अध्यापक भर्ती की प्रक्रिया को सरल और आसान बनाने के लिए विचार कर रही है। इसके लिए संबंधित अधिकारियो को निर्देश दिए है। अधिकारियो ने रीट भर्ती को आसान बनाने के लिए विकल्पों को तलाशना शुरू कर दिया है।
Table of Contents
reet exam latest update
वर्तमान में शिक्षक बनने लिए उम्मीदवारों को दो परीक्षाओ को पास करना होता है। इन परीक्षाओ में भीड़, मैन पावर, पेपर लीक जैसी कई तरह की समस्याओं से उम्मीदवारों को नुकसान झेलना पड़ता है। हर साल बीस लाख से अधिक लोग रीट परीक्षा के लिए आवेदन करते है। रीट भर्ती परीक्षा राजस्थान की सबसे बड़ी परीक्षाओ में से एक है। रीट पास करने वाले उम्मीदवारों को ही शिक्षक भर्ती परीक्षा में मौका दिया जाता है।
सरकार अब दोनों परीक्षाओ की जगह एक करने पर विचार कर रही है। रीट भर्ती प्रक्रिया को आसान बनाने का काम कर रही है। इसके लिए बहुत ही अच्छा विकल्प की तलाश की जा रही है। इस प्रक्रिया के लिए अधिकारियो को काम पर लगा दिया है।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो हम शिक्षक संगठनों से भी बात करेंगे। अगर शिक्षक भर्ती में एक परीक्षा होती है तो इससे आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को लाभ होगा और इससे सरकार का खर्चा भी बचाया जा सकता है।
शिक्षक बनना आसान या मुश्किल
सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने का ख्वाब देखने वाले युवाओ को सबसे पहले पीटीईटी एग्जाम देना होता है। उसके बाद 2 साल बीएड या 4 वर्षीय बीएससी बीएड या बीए बीएड करना होता है। इन कोर्स के बाद रीट एग्जाम और उसके बाद शिक्षक मुख्य परीक्षा को पास करना होता है। इतनी मेहनत करने के बाद सरकारी शिक्षक बनने का अवसर मिलता है। लेकिन इस प्रकिया को पूरा करने में कई साल लग जाते है।
सरकार की राय
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जी ने कहा है कि युवाओ के पाँच साल ख़राब ना हो। जितने युवा बीएड करते है उन सभी को सरकारी नौकरी नहीं मिलती है और इस चक्कर में युवा दूसरे क्षेत्र में भी अपना भाग्य नहीं आजमा पाता है। शिक्षक भर्ती में नौकरी लगने वाले अभ्यर्थियों की संख्या मात्र 10 प्रतिशत ही है, बाकी 90 प्रतिशत अभ्यर्थियों को निराशा ही हाथ लगती है।
युवाओ का समय को बचाया जाए और एक ही कम्पटीशन एग्जाम के बाद यह तय हो जाए की नौकरी मिलेगी या नहीं।
बीएड किये बिना भी अभ्यर्थी परीक्षा में भाग ले सकता है और परीक्षा में पास होने पर उसे बीएड करने का समय दिया जाएगा
यदि बीएड किया हुआ अभ्यर्थी परीक्षा में पास होता है तो उसे नौकरी दे दी जायेगी।
शिक्षा मंत्री जी ने कहा है की बीएड करने से पहले कम्पटीशन परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इस परीक्षा की मेरिट ग्रेड और विषय वार सूचि बनायी जायेगी। इस कम्पटीशन परीक्षा से यह तय हो जाएगा की अभ्यर्थी शिक्षक बनेगा या नहीं। हालाँकि इसके लिए पहले राय ली जायेगी
See More:
Mother’s Day 2024: क्यों मनाया जाता है मदर्स डे? Mother’s Day Special मदर्स डे कब?
World Athletics Day 2024: क्या है विश्व एथलेटिक्स दिवस की थीम, इतिहास और हमारे जीवन में महत्व
World Press Freedom Day 2024: जाने इसके इतिहास, महत्त्व और चुनौतियों को