1998 से 2017 तक, लू के कारण दुनियाभर में 166,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी
1998 से 2017 तक, लू के कारण दुनियाभर में 166,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी
हीट वेव से हार्ट पर प्रेशर पड़ता है, हार्ट बीट प्रति मिनट 100 की दर को पार कर जाती है
हीट वेव से हार्ट पर प्रेशर पड़ता है, हार्ट बीट प्रति मिनट 100 की दर को पार कर जाती है
पसीना ज्यादा निकलता है, जिससे शरीर में पानी की कमी होने से किडनी फेल होने की सम्भावना बन जाती है।
पसीना ज्यादा निकलता है, जिससे शरीर में पानी की कमी होने से किडनी फेल होने की सम्भावना बन जाती है।
बहुत तेज़ धूप या हीटवेव्स के कारण हीटस्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है।
हीट वेव के कारण सिरदर्द, बेहोशी, अत्यधिक प्यास, चक्कर आना आदि समस्या उत्त्पन हो सकती है।
हीट वेव के कारण उल्टी या दस्त, मांसपेशियों में ऐंठन और तेज दिल की धड़कन आदि समस्या उत्त्पन हो सकती है।
हीट वेव के कारण उल्टी या दस्त, मांसपेशियों में ऐंठन और तेज दिल की धड़कन आदि समस्या उत्त्पन हो सकती है।
यदि शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक होता है तो दौरे पड़ सकते हैं या इंसान कोमा में भी जा सकता है।
यदि शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक होता है तो दौरे पड़ सकते हैं या इंसान कोमा में भी जा सकता है।
लू से आंखों मे जलन, रेडनेस और ड्राईनेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं
हीट वेव की वजह से, हाई बीपी, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा रहता है।
हीट वेव या किसी अन्य वजह से कोई प्रॉब्लम हो तो डॉक्टर से सलाह ले।